उत्तराखंड
इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जेलों से नहीं रिहा हो पाए कैदी , लिस्ट पर थी राजभवन को आपत्ति , अब फिर से बनेंगे प्रस्ताव
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह विभाग ने 21 कैदियों को रिहा करने का प्रस्ताव राजभवन को भेजा था पर इस पर अभी तक निर्णय नहीं हो पाया है हालांकि राजभवन ने 3 कैदियों को 15 दिन का परिहार दैनिक सजा की समय सीमा में कटौती स्वीकृत की हैप्रदेश में हर साल गणतंत्र दिवस पर कैदियों की रिहाई करने के साथ ही उन्हें परिहार भी दिया जाता है रिहाई ऐसे कैदियों की होती है जो अमूमन 60 वर्ष से अधिक आयु के होते हैं उनके जेल में अच्छे आचरण कार्य को सजा के बचे हुए समय को देखते हुए सजा माफ कर दी जाती है इन कैदियों की सजा माफी का प्रस्ताव राजभवन को भेजा जाता है वहां प्रस्ताव पर परीक्षण करने के बाद सजा माफी वहीं पर लगती हैगंभीर अपराधों में कैदियों की सजा माफी नहीं होती इस वर्ष गृह विभाग ने किस कैदियों की रिहाई का प्रस्ताव राजभवन को भेजा था सूत्रों की मानें तो इनमें से कुछ नामों पर राजभवन ने आपत्ति जताई है माना जा रहा है कि अब नए सिरे से प्रस्ताव बनाकर आज भवन को भेजा जाएगा
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