उत्तराखंड
रुद्रप्रयाग जिले को सीएम धामी ने दी करोड़ों की सौगात, कहा-जल्द लागू होगा सख्त भू-कानून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में जल्द सख्त भू-कानून लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केदारघाटी के उत्पादों को केदार ब्रांड बनाकर मातृशक्ति की आजीविका को सुधारा जाएगा। साथ ही उन्होंने केदारनाथ के वैकल्पिक मार्ग के रूप में त्रियुगीनारायण-तोषी-गरुड़चट्टी मार्ग की स्वीकृति दी। वहीं, सुमाड़ी को नगर पंचायत बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने जनपद रुद्रप्रयाग के विकास के लिए 195 करोड़, 75 लाख, 16 हजार की 141 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। रविवार को दोपहर बाद अगस्तयमुनि पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां आयोजित लखपति दीदी अभियान-शक्ति सम्मान समारोह में भाग लिया। उन्होंने केदारनाथ विधानसभा की दिवंगत विधायक शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह अपूर्णीय क्षति है, जो पूरी नहीं की जा सकती है। कहा कि मैंने उन्हें केदारनाथ विधानसभा की जिम्मेदारी लेते हुए बतौर उनका प्रतिनिधि देने का आश्वासन दिया था।
इसी के तहत क्षेत्र के विकास के लिए समय-समय पर शासन, प्रशासन के मंत्री और अधिकारी सहित आला अधिकारी यहां निरंतर भ्रमण कर जनता से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते 31 जुलाई को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि से हजारों यात्री व स्थानीय फंस गए थे। साथ ही पैदल मार्ग से लेकर हाईवे बंद हो गया था। इन विषम परिस्थितियों में 15 हजार लोगों को रिकॉर्ड समय में पैदल मार्ग और हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। कहा, कि अतिवृष्टि से प्रभावित हुई यात्रा को एक महीने के भीतर पुन: शुरू कर उसे भव्य रूप में वापस लाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश और प्रदेशवासियों के हित में जल्द सख्त भू- कानून लागू होने वाला है। जिन लोगों ने अवैध रूप से जमीनों की खरीद फरोख्त की है, उनसे जमीन वापस लेकर सरकारी भूमि में निहित की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में समान नागरिकता संहिता लागू करने वाला पहला प्रदेश भी उत्तराखंड बनने जा रहा है। केदारनाथ धाम एक था, एक है और एक ही रहेगा, देश में किसी भी स्थान पर उत्तराखंड के चार धामों के प्रयोग कर कोई मंदिर नही बनने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को पहचान दिलाने में यहां की माृतशक्ति की अहम भूमिका रही है। खेल, संस्कृति, शिक्षा, विज्ञान, चिकित्सा, सेना, पुलिस और राजनीति में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन महिलाएं अन्य के लिए प्रेरणास्रोत हैं। साथ ही सैकड़ों महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर विश्व स्तरीय उत्पाद तैयार कर अपने समूह और राज्य को नई पहचान दे रही हैं और उनकी आजीविका भी बढ़ रही है। कहा कि प्रदेश में हाउस ऑफ हिमालयाज कंपनी के गठन कर यहां के उत्पादों को नए सिरे से ब्रांडिंग कर मातृशक्ति को मजबूत किया जा रहा है। महिला समूहों के द्वारा चारधाम यात्रा मार्ग पर 110 आउटलेट खोले गए हैं।
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