उत्तराखंड
Big breaking:-बद्री केदार मंदिर समिति में नई नियुक्तियों पर उबाल , किसने कहा ऐसा फैसला लिया है अंजाम भुगतेगी बीजेपी
आज वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति मैं अध्यक्ष उपाध्यक्ष व सदस्यों का गठन किया गया है जोकि बिल्कुल भी सही नहीं है बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्यों का कहना है कि उनका कार्यकाल 7 से 8 महीने चला था और उसके बाद ही भाजपा सरकार ने देवस्थानम बोर्ड का गठन कर दिया था और सदस्यों का 3 साल कार्यकाल पूर्ण नहीं हुआ था सन 1939 का एक्ट बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का कहता है कि जो सदस्य एक बार बन गया वह 3 वर्ष कार्यकाल पूर्ण करेगा चाहे सरकार बदल भी जाए और यह हो भी चुका है चिंता में सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा बनाए गए सभी सदस्यों को हटा दिया
पूर्व सभी सदस्यों का कहना है की भाजपा सरकार ने अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है सारे सदस्य नाराज हैं बिना उनको विश्वास में लिए यह नई समिति बना दी गई जिसका सभी पूर्व सदस्य विरोध कर रहे हैं धानी सरकार मैं पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा बनाए गए सभी लोगों को दरकिनार कर यह समिति बनाई गई है जिसका सभी विरोध आगामी चुनाव में करेंगे हमें सरकार से बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्य हुए नाराज कहा हमारे साथ धोखा किया गया है
वही देवप्रयाग गांव वाले बद्रीनाथ धाम के पुरोहित लोगों का भी बहुत ज्यादा विरोध दिख रहा है उनका कहना है कि बद्रीनाथ धाम का प्रचार प्रसार उनके दादा परदादा उन्हें पैदल जा जाकर करा भारतवर्ष के 28 राज्यों में देवप्रयाग पंडा पुरोहितों के जजमान हैं विरोध में उन्होंने कहा सारे भारतवर्ष में हम प्रचार प्रसार करते हैं बद्रीनाथ धाम के हम पुरोहित हैं और हमारे ही समाज से किसी को भी मंदिर समिति में सदस्य नहीं रखा गया है वह पूर्ण रुप से धामी सरकार का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि मंदिर में हम लोगों का सदियों से नाता रहा है किंतु इस समिति में देवप्रयाग से किसी को नहीं लिया गया इसका धामी सरकार को आने वाले चुनाव में खामियाजा भुगतना पड़ेगा
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