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राज्य आंदोलनकारियों का संघर्ष व त्याग हमारी पहचान की नींव- जिलाधिकारी

उत्तराखंड

राज्य आंदोलनकारियों का संघर्ष व त्याग हमारी पहचान की नींव- जिलाधिकारी

लोक संस्कृति और जनसहभागिता से गूंज उठा उत्सव, रजत जयंती समारोह बना यादगार

पौड़ी। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती पर जिला मुख्यालय पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय पौड़ी में आयोजित मुख्य समारोह की शुरुआत स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया तथा मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत समेत पूर्व सैनिकों तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा एजेंसी चौक स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित कर की गयी। सभी ने राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए उनके योगदान और बलिदान को याद किया।

इसके उपरांत अतिथियों ने प्रेक्षागृह पहुंचकर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। तत्पश्चात शहीद राज्य आंदोलनकारियों के चित्रों पर पुष्पमाला अर्पित कर तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

समारोह में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया। राज्य स्थापना की रजत जयंती पर उपस्थित जनसमूह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संबोधन को भी सुना और उनके संदेश से प्रेरणा ली।

मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड राज्य का गठन हजारों आंदोलनकारियों के त्याग, संघर्ष और बलिदान की परिणति है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के पीछे साधारण जनता की असाधारण भावना थी। एक ऐसा सपना, जिसमें पहाड़ का हर व्यक्ति शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सम्मान का जीवन चाहता था। विधायक ने कहा कि आज जब राज्य अपनी रजत जयंती मना रहा है, तब हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि विकास की रोशनी प्रत्येक गांव और घर तक पहुंचे। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ें, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दें और विकसित उत्तराखंड – सशक्त उत्तराखंड के निर्माण में भागीदार बनें।

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जिलाधिकारी ने राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि उनका त्याग, संघर्ष और बलिदान ही उत्तराखंड के वर्तमान और भविष्य की नींव है। उन्हीं के साहस और समर्पण से हमें यह गौरवशाली राज्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जनपद में हमारे बीच अनेक उदाहरण ऐसे हैं, जो आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम कर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। हाल ही में बेड़ू फल को जीआई टैग मिलना इस दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

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जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को पहचान मिलना न केवल राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाता है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नयी ऊर्जा भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सर्वांगीण विकास के लिए भौतिक व सामाजिक प्रगति के साथ साथ भावनात्मक प्रगति भी आवश्यक है। इसलिए, विकास के साथ-साथ हमें अपनी जड़ों, संस्कृति और परंपराओं से भी जुड़ा रहना होगा। तभी यह विकास वास्तव में सार्थक कहलाएगा।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं ने स्वागत गीत से अतिथियों का अभिनंदन किया। हिल्स इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों की सुंदर जागर प्रस्तुति तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया। विभिन्न विद्यालयों और सांस्कृतिक दलों द्वारा प्रस्तुत लोकगीतों व नृत्यों से पूरा प्रांगण उत्सवमय वातावरण में सराबोर हो गया। आंदोलनकारियों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, नागरिकों और विद्यार्थियों की संयुक्त सहभागिता ने कार्यक्रम को एक जीवंत पर्व का रूप दे दिया। हर ओर उल्लास और उत्साह का माहौल दिखायी दिया, जिसने राज्य स्थापना की रजत जयंती समारोह को अविस्मरणीय बना दिया।

इस अवसर पर विकासखण्ड पौड़ी के ग्राम गहड़ के जय निरंकार स्वायत्त सहकारिता समूह व विकासखण्ड कोट के मंजोली तल्ला के मां भगवती ऑर्गेनिक फार्म स्वययत सहकारिता को कृषि विभाग के फार्म मशीनरी बैंक योजना के तहत 4-4 लाख के चैक वितरित किये गये। जबकि 10 कृषकों को कृषि यंत्र व मिनी बीज किट वितरित की गयी। इसके अलावा कृषि में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 5 कृषकों को शॉल व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। वहीं बाल विकास विभाग की ओर से 5 बालिकाओं को किशोरी किट व 5 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरित की गयी। समाज कल्याण विभाग के 11 लाभार्थियों को दिव्यांग उपकरण वितरित किये गये। इस अवसर पर उद्योग विभाग के 26 लाभार्थियों को भी ऋण स्वीकृति पत्र एवं चैक वितरित किये गये।

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इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी, परियोजना निदेशक डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, जिला पंचायती राज अधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) रणजीत सिंह नेगी, पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम, जसपाल नेगी सहित अन्य राज्य आंदोलनकारी, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं भारी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे।

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Author: Shakshi Negi
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